प्रधानमंत्री ने वाराणसी में लगभग 3,900 करोड़ रु0की 44 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया
उ0प्र0

प्रधानमंत्री ने वाराणसी में लगभग 3,900 करोड़ रु0
की 44 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों 
को आयुष्मान वय वंदना कार्ड का वितरण किया

नए पंजीकृत स्थानीय वस्तुओं और उत्पादों का जी0आई0 प्रमाण पत्र प्रदान किये

बनास डेयरी के दुग्ध आपूर्तिकर्ताओं के 
खातों में 106 करोड़़ रु0 की बोनस राशि हस्तांतरित की

काशी ने आधुनिक समय को साधा, विरासत को संजोया 
और उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम रखे : प्रधानमंत्री

वर्ष 2036 में ओलंपिक भारत में हो, इसके लिए हम प्रयासरत

बीते वर्षों में उ0प्र0 ने अपना आर्थिक नक्शा और नजरिया बदला, उ0प्र0 सिर्फ संभावनाओं की धरती नहीं रहा, अब यह सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि बन रहा
 
बनास डेयरी पूर्वांचल के लगभग 01 लाख किसानों से दूध कलेक्ट कर 
किसानों को सशक्त बना रही, पूर्वांचल की अनेक बहनें अब लखपति दीदी बन गईं 

काशी अब आरोग्य की राजधानी बन रही, वाराणसी में सबसे 
ज़्यादा लगभग 50 हजार आयुष्मान वय वंदना कार्ड उपलब्ध कराये गये 

बीते दशक में वाराणसी और आस-पास के क्षेत्रों की 
कनेक्टिविटी पर लगभग 45 हजार करोड़ रु0 खर्च किए गए 

लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का काम 
तेजी से चल रहा, एयरपोर्ट के पास 06-लेन की अण्डरग्राउण्ड टनल बनने जा रही
 
भिखारीपुर और मंडुवाडीह पर फ्लाईओवर तथा बनारस शहर और सारनाथ 
को जोड़ने के लिए नया पुल बनने जा रहा, काशी में सिटी रोपवे का ट्रायल शुरू 

काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से एकता के सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे
 
काशी में एकता मॉल बनने जा रहा, जिसमें भारत के 
अलग-अलग जनपदों के उत्पाद एक ही छत के नीचे मिलेंगे

आज उ0प्र0 देश में जी0आई0 टैगिंग में नंबर वन, अब तक वाराणसी 
और उसके आसपास के जनपदों में 30 से ज्यादा उत्पादों को जी0आई0 टैग मिला

काशी ने विगत 11 वर्षों में बदलती हुई काशी को देखा : मुख्यमंत्री
 
महाकुम्भ के दौरान 03 करोड़़ से अधिक श्रद्धालु बाबा 
विश्वनाथ के पावन धाम में दर्शन करके पुण्य के भागीदार बने

देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालु प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं 
मार्गदर्शन में बनी नई काशी एवं बाबा विश्वनाथ की पावन धरा 
को नए कलेवर के रूप में देखने को उतावले दिखाई दे रहे थे

प्रधानमंत्री जी द्वारा महाकुम्भ आयोजन के सम्बन्ध में स्वच्छता के लिए 
दी गई गाइडलाइन तथा सुरक्षा के प्रति सतर्कता सम्बन्धी निर्देशों 
के पालन से महाकुम्भ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ

जी0आई0 टैग से स्थानीय हस्तशिल्प एवं कारीगरों के 
उत्पादों को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी

आयुष्मान भारत योजना गरीबों को स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध करवाने में 
मील का पत्थर साबित हुई, देश में 50 करोड़़ से अधिक एवं उ0प्र0 
में 10 करोड़़ से अधिक लोग इस योजना से लाभान्वित हुए 

बनास डेयरी के माध्यम से यहां के किसानों 
और पशुपालकों को जोड़ने का अभिनव कार्य हुआ

लखनऊ : 11 अप्रैल, 2025
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आज जनपद, वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में लगभग 3,900 करोड़ रुपये की 44 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी सम्मिलित हुए। 
आज यहां लोकार्पित इन परियोजनाओं में 1,046 करोड़़ रुपये की लागत से साहूपुरी, जनपद चंदौली में 400 के0वी0, मछलीशहर, जनपद जौनपुर में 400 के0वी0 एवं भदौरा, जनपद गाजीपुर में 200 के0वी0 सब स्टेशन एवं सम्बन्धित ट्रांसमिशन लाइन शामिल है। साथ ही, 653 करोड़ रुपये की लागत से लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट एन0एच0-31 पर अण्डरपास टनल का शिलान्यास तथा 584 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी में विद्युत तंत्र प्रणाली का उन्नयन एवं आधुनिकीकरण परियोजना का शिलान्यास प्रमुख रूप से शामिल है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी ने 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड का वितरण किया तथा नए पंजीकृत स्थानीय वस्तुओं और उत्पादों का जी0आई0 प्रमाण पत्र प्रदान किये। उन्होंने बनास डेयरी से जुड़े उत्तर प्रदेश के दुग्ध आपूर्तिकर्ताओं के खातों में 106 करोड़़ रुपये बोनस की धनराशि भी हस्तांतरित की। इस दौरान गुजरात विधान सभा के अध्यक्ष व बनास डेयरी के चेयरमैन श्री शंकरभाई चौधरी भी उपस्थित थे। 
प्रधानमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है। आज उन्हें संकट मोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है। हनुमान जन्मोत्सव से पहले, काशी की जनता आज विकास का उत्सव मनाने यहां इकट्ठी हुई है। विगत 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है। काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम भी रखे हैं। आज काशी, सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है। काशी अब पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे के केंद्र में है। जिस काशी को स्वयं महादेव संचालित करते हैं, आज वही काशी पूर्वांचल के विकास के रथ को खींच रही है। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज काशी और पूर्वांचल के अनेक हिस्सों से जुड़ी विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। कनेक्टिविटी को मजबूती प्रदान करने वाले विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, गांव-गांव, घर-घर तक नल से जल पहुंचाने का अभियान, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल सुविधाओं का विस्तार और हर क्षेत्र, हर परिवार, हर युवा को बेहतर सुविधाएं देने का संकल्प यह सारी बातें और परियोजनाएं, पूर्वांचल को विकसित पूर्वांचल बनाने की दिशा में मील का पत्थर बनने वाली हैं। काशी के हर निवासी को इन परियोजनाओं से भरपूर लाभ मिलेगा। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है। महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने जीवन भर, नारी शक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया। आज हम उनके विचारों, संकल्पों, नारी सशक्तिकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए नई ऊर्जा दे रहे हैं। महात्मा फुले जैसे त्यागी, तपस्वी, महापुरुषों की प्रेरणा से ही देश सेवा का हमारा मंत्र रहा है, सबका साथ, सबका विकास। हम देश के लिए उस विचार को लेकर के चलते हैं, जिसका समर्पित भाव है, सबका साथ, सबका विकास। जो लोग सिर्फ सत्ता हथियाने के लिए, सत्ता पाने के लिए, दिन रात खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है, परिवार का साथ, परिवार का विकास। 
प्रधानमंत्री जी ने आज सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को साकार करने की दिशा में पूर्वांचल के पशुपालक परिवारों, विशेष रूप से मेहनतकश बहनों को बधाई देते हुए कहा कि इन बहनों ने बता दिया है कि अगर भरोसा किया जाए, तो वह भरोसा नया इतिहास रच देता है। ये बहनें अब पूरे पूर्वांचल के लिए नई मिसाल बन चुकी हैं। आज इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के बनास डेयरी प्लाण्ट से जुड़े सभी पशुपालक साथियों को बोनस वितरित किया गया है। बनारस और बोनस, ये कोई उपहार नहीं है, यह आपकी तपस्या का पुरस्कार है। 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का यह बोनस, आपके परिश्रम का तोहफा है। 
बनास डेयरी ने काशी में हजारों परिवारों की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदल दी है। इस डेयरी ने आपकी मेहनत को इनाम में बदला और सपनों को नई उड़ान दी। इन प्रयासों से, पूर्वांचल की अनेकों बहनें अब लखपति दीदी बन गई हैं। जहाँ पहले गुज़ारे की चिंता थी, वहाँ अब खुशहाली की तरफ कदम बढ़ रहे हैं। यह तरक्की बनारस सहित उत्तर प्रदेश के साथ पूरे देश में दिखाई दे रही है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। विगत 10 वर्षां में दूध के उत्पादन में करीब 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह डबल से भी ज्यादा है। यह सफलता आप जैसे देश के करोड़ों किसानों की तथा पशुपालक भाइयों और बहनों की है। यह सफलता एक दिन में नहीं मिली है, विगत 10 वर्षां से हम देश के डेयरी सेक्टर को मिशन मोड में आगे बढ़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से जोड़ा है। उनके लिए लोन की सीमा बढ़ाई है। सब्सिडी की व्यवस्था की है। सरकार द्वारा खुरपका-मुंहपका रोग से पशुधन को बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रोग्राम चलाया जा रहा है। दूध के संगठित कलेक्शन के लिए देश की 20 हजार से ज्यादा सहकारी समितियों को पुनः संचालित किया गया है। इसमें लाखों नए सदस्य जोड़े गए हैं। डेयरी सेक्टर से जुड़े लोगों को एक साथ जोड़कर आगे बढ़ाये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। देश में गाय की देसी नस्लें विकसित हों, उनकी क्वालिटी अच्छी हो। गायों की ब्रीडिंग का काम साइंटिफिक अप्रोच से हो। इसके लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन संचालित है। इन कार्यां का मुख्य उद्देश्य देश में पशुपालकों को विकास के नए रास्ते से जोड़ने, उन्हें अच्छे बाजार, अच्छी सम्भावनाओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करना है। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज बनास डेयरी का काशी संकुल, पूर्वांचल में इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रहा है। बनास डेयरी ने पूर्वांचल में गिर गायों का भी वितरण किया है। इन गायों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बनास डेयरी ने बनारस में पशुओं के चारे की व्यवस्था भी शुरू कर दी है। पूर्वांचल के करीब-करीब एक लाख किसानों से आज यह डेयरी दूध कलेक्ट कर किसानों को सशक्त बना रही है। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में उन्हें वृद्धजनों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड सौंपने का अवसर प्राप्त हुआ है। इन वृद्धजन के चेहरे पर संतोष का जो भाव देखने को मिला, वह उनके लिए इस योजना की सबसे बड़ी सफलता है। इलाज को लेकर घर के बुजुर्गों की जो चिंता रहती है, वह हम सब जानते हैं। 10-11 वर्ष पहले इस क्षेत्र में, पूरे पूर्वांचल में, इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वह हम सब जानते हैं। आज स्थितियां बिल्कुल अलग है। काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है। दिल्ली-मुम्बई के बड़े-बड़े अस्पताल, अब आपके घर के पास आ गए हैं। यही तो विकास है, जहाँ सुविधाएं लोगों के पास आती हैं। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि विगत 10 वर्षों में हमने सिर्फ अस्पतालों की गिनती ही नहीं बढ़ाई है, हमने मरीज की गरिमा भी बढ़ाई है। आयुष्मान भारत योजना गरीब भाई-बहनों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह योजना सिर्फ इलाज नहीं देती, इलाज के साथ-साथ विश्वास भी देती है। उत्तर प्रदेश के लाखों और वाराणसी के हजारों लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। हर इलाज, हर ऑपरेशन, हर राहत, जीवन की एक नई शुरुआत बन गई है। आयुष्मान योजना से उत्तर प्रदेश में लाखों परिवारों के करोड़ों रुपये बचे हैं, क्योंकि सरकार ने कहा, अब आपके इलाज की जिम्मेदारी हमारी है। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जब काशी के लोगों ने तीसरी बार उन्हें संसद के सदस्य के रूप में चुना, तो वह भी सेवक के रूप में स्नेह स्वरूप अपने कर्तव्य को निभाते हुए कुछ लौटाने का प्रयास कर रहे हैं। आयुष्मान वय वंदना योजना बुजुर्गों के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके सम्मान के लिए है। अब हर परिवार के 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग, चाहे उनकी आय कुछ भी हो, मुफ्त इलाज के हकदार हैं। वाराणसी में सबसे ज़्यादा, करीब 50 हज़ार वय वंदना कार्ड यहां के बुजुर्गों को उपलब्ध कराये गये हैं। अब इलाज के लिए जमीन बेचने, कर्ज लेने, दर-दर भटकने की आवश्कता नहीं होगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज काशी आने वाले लोग यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर एवं सुविधाओं की प्रशंसा करते हैं। हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं। हर यात्री कहता है, बनारस, बहुत बदल गया है। अगर काशी की सड़कें, रेल और एयरपोर्ट की स्थिति 10 वर्ष पूर्व जैसी रहती, तो काशी की हालत कितनी खराब हो गई होती। पहले छोटे-छोटे त्योहारों के दौरान भी यहां जाम लग जाता था। जैसे किसी को चुनार से आना हो और शिवपुर जाना हो, तो उसको पूरा बनारस घूम कर, जाम में फंसकर जाना पड़ता था। फुलवरिया फ्लाईओवर बनने से समय तथा दूरी में काफी बचत हो रही है। ऐसे ही जनपद जौनपुर और गाजीपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आने-जाने और बलिया, मऊ, गाजीपुर जनपदों के लोगों को एयरपोर्ट जाने के लिए वाराणसी शहर के भीतर से जाना होता था। घंटों लोग जाम में फंसे रहते थे। लेकिन अब रिंग रोड से कुछ ही मिनट में, लोग इस पार से उस पार पहुंच जाते हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पहले जनपद गाजीपुर जाने में कई घण्टों का समय लगता था। अब जनपद गाजीपुर, जौनपुर, मीरजापुर, आजमगढ़ शहर में जाने का रास्ता चौड़ा हो गया है। जहां पहले जाम था, आज वहाँ विकास की रफ्तार दौड़ रही है। बीते दशक में वाराणसी और आस-पास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी पर करीब 45 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इस निवेश का लाभ आज पूरी काशी तथा आसपास के जनपदों को मिल रहा है। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर किये जा रहे निवेश को आज भी विस्तार दिया गया है। हजारों करोड़ के प्रोजेक्टस का आज शिलान्यास किया गया है। लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का काम तेजी से चल रहा है। जब एयरपोर्ट बड़ा हो रहा है, तो उसको जोड़ने वाली सुविधाओं का विस्तार भी ज़रूरी था। इसलिए अब एयरपोर्ट के पास 06-लेन की अण्डरग्राउण्ड टनल बनने जा रही है। आज जनपद भदोही, गाजीपुर और जौनपुर के रास्तों से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम शुरु हुआ है। भिखारीपुर और मंडुवाडीह पर फ्लाईओवर की मांग लंबे समय से हो रही थी। इसकी भी मांग पूरी हुई। बनारस शहर और सारनाथ को जोड़ने के लिए नया पुल भी बनने जा रहा है। इससे एयरपोर्ट और अन्य जनपदों से सारनाथ जाने के लिए शहर के अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आगामी कुछ महीनों में जब यह सभी विकास कार्य पूरे हो जाएंगे, तब बनारस में आवाजाही और भी आसान होगी। रफ्तार भी बढ़ेगी और कारोबार भी बढ़ेगा। इसके साथ-साथ, कमाई-दवाई के लिए बनारस आने वालों को भी बहुत सुविधा होगी। काशी में सिटी रोपवे का ट्रायल भी शुरू हो गया है। बनारस अब दुनिया के चुनिंदा ऐसे शहरों में होगा, जहां रोपवे की सुविधा होगी। 
वाराणसी में कोई भी विकास एवं इंफ्रास्ट्रक्चर सम्बन्धित कार्य किया जाता है, तो इसका लाभ पूरे पूर्वांचल के नौजवानों को होता है। हमारी सरकार का प्रयास है कि काशी के युवाओं को स्पोर्ट्स में आगे बढ़ने के लगातार मौके मिलें। वर्ष 2036 में, ओलंपिक भारत में हो, इसके लिए हम प्रयासरत हैं। लेकिन ओलंपिक में मेडल प्राप्त करने के लिए काशी के नौजवानों को अभी से लगना पड़ेगा। इसलिए आज, बनारस में नए स्टेडियम बन रहे हैं। युवा साथियों के लिए अच्छी फैसिलिटी बनायी जा रही है। नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खुल गया है। वाराणसी के सैकड़ों खिलाड़ी उसमें ट्रेनिंग ले रहे हैं। सांसद खेल प्रतियोगिता के भी प्रतिभागियों को इस खेल के मैदान में अपना दम दिखाने का अवसर मिला है। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भारत आज विकास और विरासत, दोनों एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बढ़िया मॉडल, हमारी काशी बन रही है। यहां गंगा जी का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है। भारत की आत्मा, उसकी विविधता में बसती है और काशी उसकी सबसे सुंदर तस्वीर है। काशी के हर मोहल्ले में एक अलग संस्कृति, हर गली में भारत का एक अलग रंग दिखता है। काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से, एकता के ये सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे हैं। काशी में एकता मॉल भी बनने जा रहा है। इस एकता मॉल में भारत की विविधता के दर्शन होंगे। भारत के अलग-अलग जनपदों के उत्पाद, यहां एक ही छत के नीचे मिलेंगे। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीते वर्षों में, उत्तर प्रदेश ने अपना आर्थिक नक्शा भी बदला और नजरिया भी बदला है। उत्तर प्रदेश सिर्फ संभावनाओं की धरती नहीं रहा, अब यह सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि बन रहा है। आजकल जैसे ‘मेड इन इंडिया’ की गूंज हर तरफ है। भारत में बनी चीजें, अब ग्लोबल ब्रांड बन रही हैं। आज यहां कई उत्पादों को जी0आई0 टैग दिया गया है। जी0आई0 टैग, सिर्फ एक टैग नहीं है, यह किसी जमीन की पहचान का प्रमाण पत्र है। यह बताता है कि यह चीज़, इसी मिट्टी की पैदाइश है। जहां जी0आई0 टैग पहुंचता है, वहां से बाजारों में बुलंदियों का रास्ता खुलता है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश में जी0आई0 टैगिंग में नंबर वन है। यानी हमारी कला, हमारी चीजें, हमारे हुनर की अब तेजी से अंतरराष्ट्रीय पहचान बन रही है। अब तक वाराणसी और उसके आसपास के जनपदों में 30 से ज्यादा उत्पादों को जी0आई0 टैग मिला है। वाराणसी का तबला, शहनाई, दीवार पर बनने वाली पेंटिंग, ठंडाई, लाल भरवां मिर्च, लाल पेड़ा, तिरंगा बर्फी, हर चीज़ को मिला है, जी0आई0 टैग की पहचान। जौनपुर की इमरती, मथुरा की सांझी कला, बुंदेलखंड का कठिया गेहूँ, पीलीभीत की बांसुरी, प्रयागराज की मूंज कला, बरेली की ज़रदोज़ी, चित्रकूट की काष्ठ कला, लखीमपुर खीरी की थारू ज़रदोज़ी, ऐसे अनेक शहरों के उत्पादों को जी0आई0 टैग वितरित किए गए हैं। यानी उत्तर प्रदेश की मिट्टी में जो खुशबू है, अब वो सिर्फ हवा में नहीं, सरहदों के पार भी जाएगी। जो काशी को सहेजता है, वह भारत की आत्मा को सहेजता है। हमें काशी को निरंतर सशक्त करते रहना है। हमें काशी को, सुंदर और स्वप्निल बनाए रखना है। काशी की पुरातन आत्मा को, आधुनिक काया से जोड़ते रहना है। 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी के काशी आगमन पर उनका स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली विधानसभा चुनाव की ऐतिहासिक विजय तथा दिव्य और भव्य महाकुम्भ के आयोजन के उपरान्त प्रधानमंत्री जी की यह पहली काशी की यात्रा है। महाकुम्भ के आयोजन में काशी भी इसकी साक्षी बनी है। देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालु विगत 11 वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में बनी नई काशी एवं बाबा विश्वनाथ की पावन धरा को नए कलेवर के रूप में देखने को उतावले दिखाई दे रहे थे। महाकुम्भ के 45 दिनों के आयोजन के अवसर पर काशी में भी बाबा विश्वनाथ के भक्तों का एक महासमागम दिखाई दे रहा था। इस दौरान 03 करोड़़ से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के पावन धाम में दर्शन करके पुण्य के भागीदार बने। 
  मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में महाकुम्भ की सफलता उसकी भव्यता एवं दिव्यता एक नई ऊंचाई को छूती हुई दिखाई दी है। प्रधानमंत्री जी द्वारा स्वच्छता के लिए दी गई गाइडलाइन तथा सुरक्षा के प्रति सतर्कता के बारे में दिए गए निर्देशों के पालन से यह सम्भव हुआ। नमामि गंगे परियोजना के कार्यान्वयन के कारण माँ गंगा, माँ यमुना, माँ सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगाकर प्रत्येक श्रद्धालु अपने आप को अभिभूत महसूस कर रहा था। नमामि गंगे परियोजना की सफलता के कारण महाकुम्भ भी सफल हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी ने विगत 11 वर्षों में बदलती हुई काशी को देखा है। यह वही काशी है, जो अपने सकरी गलियों एवं जाम के लिए जानी जाती थी। काशी शिक्षा की प्राचीन केंद्र रही है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में काशी के शिक्षा केंद्रों, स्वास्थ्य एवं पर्यटन के लिए विगत 11 वर्षों में 50,000 करोड़़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। काशी में आज लगभग 4,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास हो रहा है।
  मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी के अगल-बगल के जनपदों सहित उत्तर प्रदेश के उत्पादों को, राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्रदान करने के सर्वाधिक जी0आई0 टैग प्राप्त हुए हैं। उत्तर प्रदेश जी0आई0 टैग में नम्बर वन पर है। आज प्रधानमंत्री जी द्वारा यहां पर 21 जी0आई0 टैग के प्रमाण पत्र प्रदान किये जा रहे हैं। इससे स्थानीय हस्तशिल्प एवं कारीगरों के उत्पादों को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। आयुष्मान भारत योजना गरीबों को स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध करवाने में मील का पत्थर साबित हुई है। देश में 50 करोड़़ से अधिक एवं उत्तर प्रदेश में 10 करोड़़ से अधिक लोग इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। 
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित देश में आयुष्मान वय वंदना कार्ड के माध्यम से प्रत्येक 70 वर्ष से ऊपर के प्रत्येक बुजुर्ग को 05 लाख रुपये की स्वास्थ्य सुविधा दी गई है। काशी में अब तक 50 हजार से अधिक बुजुर्गों ने आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनवाया है। आज कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी द्वारा कुछ कार्ड जारी होने जा रहे हैं। काशी के विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण परियोजना बनास डेयरी के माध्यम से यहां के किसानों और पशुपालकों को जोड़ने का अभिनव कार्य हुआ है। प्रधानमंत्री जी द्वारा पशुपालकों को बोनस प्रदान किया जा रहा है। वह सभी पशुपालक जिन्होंने बनास डेयरी की काशी की इस इकाई से जुड़ करके वैल्यु एडिशन तथा पशुपालन के माध्यम से डेयरी में दुग्ध उपलब्ध करवा रहे हैं। आज उसके लाभांश के साथ सभी किसान जुड़ रहे हैं।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री द्वैय श्री केशव प्रसाद मौर्य एव श्री ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, नगर विकास मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 
यूपी से पवन मिश्रा की रिपोर्ट