जिला बैतूल मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित सतपुड़ा की पहाड़ियों के पास रानीपुर नामक ग्राम में सौरभ ठाकुर ने 140 फीट लंबा और 120 फीट चौड़ा तालाब बनाकर मछली पालन कर अधिक आमदनी होने का परिचय दिया उन्होंने फंगस नाम की मछली का उत्पादन का कार्य इस तालाब में किया उन्होंने बताया की मछली से होने वाली गंदगी मिट्टी में मिलकर जैविक खाद बनकर तैयार होती है बताया गया की हमारी बाकी बची हुई जमीन पर में फसल बोना है उसमे बाहरी दुकानों पर मिलने वाले यूरिया खाद एवं डीएपी खाद की अपेक्षा जैविक खाद जो इन मछलियों की गन्दगी मिट्टी में मिलकर बनती है वह अच्छा होना बताया जिससे कि किसानों की आमदनी दुगनी होने की आशंका बनी है उन्होंने मछलियों के सुरक्षा के लिए आवारा पक्षियों से बचाव के लिए नायलॉन की रस्सी का जाला बांधकर नेट को साथ में बांधकर मछलियों का बचाव भी किया गया उनके द्वारा समस्त गांव वासियों को मछली पालन का कार्य को बढ़ावा देना किसानों को अलग से ज्यादा फायदा पहुंचाने की प्रेरणा देने की शुरुआत करते देखा गया उनके द्वारा और भी किसानों को इस मछली पालन को सुचारू रूप से मछली पालन करने की प्रेरणा स्वरूप सलाह देते रहते हैं जिससे कि किसानों को अलग से आमदनी हो सके और मछली पालन से अलग से मुनाफा कमाया जा सके और जैविक खाद का जायदा उपयोग किया जा सके इसकी पहल कर के आसपास के सभी क्षेत्रों में सभी किसानों को सलाह देते रहते हैं
ब्यूरो बैतूल मनोज पवार