कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने पुलिस अधीक्षक डॉ गुरुकरण सिंह के साथ बुधवार को जिला अस्पताल होशंगाबाद पहुंचकर यहां 750 एलपीएम और 1000 एलपीएम क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन निर्माण की मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया। साथ ही इटारसी अस्पताल में 570 एलपीएम के ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यहां इटारसी अस्पताल के प्रगतिरत नवीन भवन, कोविड आईसीयू वार्ड, ऑपरेशन वार्ड आदि वार्डो में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी जायजा लिया और कोविड की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत अस्पताल में समुचित व्यवस्थाएं किए जाने के निर्देश अस्पताल अधीक्षक को दिए। इस दौरान कलेक्टर ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से सीधे चर्चा कर उनका स्वास्थ्य जाना और उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत जिले के समस्त पीएसए प्लांट्स की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर प्लांट के माध्यम से रोगियों को निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
सिविल सर्जन डॉ दिनेश देहलवार ने मॉक ड्रिल की प्रक्रिया के बारे बताया कि 1 दिसंबर को सभी पी एस ए प्लांट्स प्रातः 09 बजे से चालू किए गए है। प्रत्येक प्लांट 6 घंटे के लिए चालू रखा जाएगा। प्लांट चालू करने के पश्चात हर दो घंटे में ऑक्सीजन की शुद्धता रिकॉर्ड की जाएगी।
डॉ दिनेश देहलवार ने बताया कि प्लांट्स के ऑक्सीजन प्यूरिटी 93±3% होना आवश्यक है। इससे कम प्योरिटी होने पर संबंधित प्लांट्स की उत्पादनकर्ता एजेंसी के सर्विस इंजीनियर से संपर्क कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देशित किया कि प्लांट्स के आउटलेट से लेकर मैनिफोल्ड तक एवं मैनिफोल्ड से बेड्स तक की ऑक्सीजन पाइपलाइन में लीकेज तो नहीं हैं यह भी चेक किया जाए। लीकेज की स्थिति में जिले के उपयंत्री, संभागीय अभियंता एवं संभागीय बायो मेडिकल इंजीनियर से समन्वय स्थापित कर तत्काल सुधार कार्य प्रारंभ किया जाए।
जिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान श्री पीयूष शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रदीप मोजेस, उप यंत्री स्वास्थ्य विभाग मयूरी जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। इटारसी में एसडीएम श्री मदन रघुवंशी, एसडीओपी इटारसी श्री मालवीय , अस्पताल अधीक्षक डॉ चौधरी, तहसीलदार श्री राजीव कहार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहें।