ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक ने फर्जी दस्तावेज बनाकर किया घोटाला एफआईआर दर्ज

 ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक ने फर्जी दस्तावेज बनाकर किया घोटाला एफआईआर दर्ज





बाड़मेर जिले के उपखंड क्षेत्र रामसर में देरासर ग्राम सेवा सहकारी समिति में तत्कालीन व्यवस्थापक हाथमा निवासी पदमाराम और उसकी पत्नी जतनादेवी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर फसली ऋण लेना बताकर वर्ष 2019 में राज्य सरकार के द्वारा की गई कर्ज माफी में व्यवस्थापक पदमाराम ने दोनों पति पत्नी की कर्ज माफी करते हुए 1,72,002/- रुपए सरकारी राशि का गबन कर दिया हैं इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट एवं राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक एवं मानवाधिकार संगठन के संस्थापक सदस्य भगवानसिंह लाबराऊ ने सहकारिता विभाग के उच्चाधिकारियों को बार बार लिखित एवं मौखिक शिकायते करने के बावजूद भी सरकारी तंत्र कुंभकर्ण की नींद में सो रहा था। इससे अन्य भ्रष्ट लोगों के हौसले बुलंद हो गए थे। 

भगवानसिंह लाबराऊ के अनुसार ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों व को-ऑपरेटिव बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसे कई मामले सामने आते हैं करोड़ों रुपए के घोटाले किए जाते हैं उसी में से देरासर ग्राम सेवा सहकारी समिति में हाथमा निवासी पदमाराम ने नियम और क़ानून कायदे को नजरंदाज करते हुए सरकारी राशि को हड़प कर दिया इस पूरे प्रकरण को लेकर भगवानसिंह लाबराऊ ने पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण में एफआईआर आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 व 120बी के तहत दर्ज करवाई हैं जिस पर अनुसंधान पुलिस उप निरीक्षक पुखाराम द्वारा किया जा रहा हैं।