मानवाधिकारों पर दो दिवसीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन |
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खरगौन | |
शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम और स्वामी विवेकानंद करियर प्रकोष्ठ के तहत राजनीति विभाग द्वारा प्राचार्य डॉ. डीडी महाजन और कार्यक्रम संयोजक डॉ. कैलाश राय के मार्गदर्शन में मानव अधिकार दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजनीति विभागाध्यक्ष डॉ. कमला गौतम ने बताया कि मानव अधिकारों की संकल्पना कोई नवीन संकल्पना नहीं है। मानव को उसके जन्म के साथ ही जो मूलभूत अधिकार प्राप्त होते हैं वे सभी मानव अधिकार हैं। राजनीति विभाग के प्रो. संदीप बिडला ने मानव अधिकारों की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा की गई अंतरराष्ट्रीय घोषणा पर बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने 1948 में 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस घोषित किया था। जिसका उद्देश्य विश्व भर के लोगों को मानवाधिकारों के महत्व के प्रति जागरूक करना और इसके पालन के प्रति सजग रहने का संदेश देना है। कार्यकम का सफल संचालन करते हुए राजनीति विभाग के डॉ. गणेश पाटिल ने बताया की अधिकारों के साथ कर्तव्यों का पालन भी आवश्यक है। प्रो. गिरीश शिव द्वारा कार्यक्रम के दूसरे दिन कोरोना जागरूकता के संदर्भ में बताया कि वर्तमान में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है। जिसका कारण कोरोना वायरस में म्यूटेशन एवं नए ओमीक्रोन वैरिएंट का आना है। इससे बचने के लिए सभी को संतुलित भोजन, योग एवं प्राणायाम को दैनिक जीवन में सम्मिलित करना चाहिए। प्रो. जीएस मसार ने बताया कि तीसरी लहर से बचने के लिए शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाना जरूरी है जिसके लिए सूर्य का प्रकाश बहुत आवश्यक है। यह शरीर में विटामिन डी की मात्रा को बढ़ाता है एवं शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता में भी वृद्धि करता है। कार्यक्रम का आभार प्रो. मनोज भार्वे ने किया। स्वयंसेवक सावन धनगर, संजय कनोजे, शिवम पटेल, रुचिका पाटीदार, हाशिम शेख, भागीरथ खतवासे और दीपक मंडलोई ने भी मंच से अपनी बात रखी। इस अवसर पर प्रो. स्नेहा पोरवाल और छात्र-छात्राए उपस्थित रहे। खरगोन से अजय जैन की खास रिपोर्ट |