पोलीथीन के स्थान पर कपड़े एवं कागज से बने थैलों का उपयोग करें - कलेक्टर

 

पोलीथीन के स्थान पर कपड़े एवं कागज से बने थैलों का उपयोग करें - कलेक्टर
पोलीथीन मानव जीवन पर डालती है दुष्प्रभाव, सैंकड़ों वर्षो तक नहीं होती नष्ट


दतिया | 
      कलेक्टर श्री संजय कुमार ने कहा कि पोलीथीन एक ऐसी वस्तु है कि जो सैकड़ों वर्ष तक नष्ट नहीं होती है। इसके उपयोग से मानव जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ता है। अगर हमने इसी प्रकार पोलीथीन का उपयेाग नहीं रोका तो आने वाले 25 वर्षो में पोलीथीन से सड़के पट जायेगी। अतः हम संकल्प ले कि जीवन में हम एवं अपने परिवार में पोलीथीन के स्थान पर कपड़े एवं कागज से बने थैलों का उपयोग करेंगे एवं इसके लिए समाज को भी प्रोत्साहित करें।
    कलेक्टर श्री कुमार आज शुक्रवार को शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दतिया में ग्रीन दतिया क्लीन दतिया के तहत् ”शहर को न करें मैला उपयोग में लाये थैला” कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।
    कलेक्टर ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यक्रमों के माध्यम से हम संकल्प ले कि पोलीथीन के स्थान पर कपडे़ एवं कागज से बने थैलों एवं लिफाफोंका उपयोग करेंगे। इसके लिए अपने परिवारजनों के साथ आस-पड़ोस के लोगों को भी प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि पोलीथीन का उपयोग मानव जीवन पर दुष्परिणाम डालता है। सब्जी एवं फलों के कचरे के साथ पोलीथीन को खाने से जानवरों की मृत्यु भी हुई है। पोलीथीन एक ऐसी चींज है जो सैंकड़ों वर्षो तक नष्ट नहीं होती है। पोलीथीन के नाली एवं नालों में डालने से पानी प्रदूषित होने के साथ चोक (बंद) हो जाती है। जो जल जनित बीमारियों को भी जन्म देती है।
    कलेक्टर ने देश में पोलीथीन के उपयोग को रोकने के संबंध में प्रधानमंत्री श्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संचालित स्वच्छता अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि कचरा फेकने की चींज है इसे सही स्थान पर डालकर उसके निरस्तीकरण करें। घरों में संग्रहित होने वाले कचरा को खुलें में न फेंके। वार्ड एवं मोहल्लों में कचरा संग्रहण हेतु आने वाले वाहनों में गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग डाले।
    कलेक्टर ने कहा कि मानव जीवन में कक्षा 9 से 12वीं तक अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं की आयु के साथ यह समय भी महत्वपूर्ण होता है। इस आयु में ही भविष्य की दिशा तय होती है। अतः विद्यार्थी इस दौरान व्यर्थ में समय को न गवाएं और अपना एक उद्देश्य लेकर कड़ी मेहनत के साथ अध्यापनकर अपना लक्ष्य प्राप्त करें।
    कार्यक्रम में संस्था की प्राचार्य श्रीमती गौरी देवराडी, श्री अशोक शुक्ला, डॉ. राजू त्यागी, रमेश गुप्ता, पीडी रायकवार, एमडी खरे, नीता श्रीवास्तव, श्रीमती ज्योति राय सहित संस्था के शिक्षक एवं छात्रायें उपस्थित थी।