कोविड की तीसरी लहर को रोकने की दिशा में कदम उठाये जावें-प्रभारी मंत्री

 

कोविड की तीसरी लहर को रोकने की दिशा में कदम उठाये जावें-प्रभारी मंत्री
प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने विभागीय कार्यो की समीक्षा बैठक में दिये निर्देश

श्योपुर | 
    उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण स्वतंत्र प्रभार एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग के मंत्री एवं श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को रोकने की दिशा में अनेक प्रकार के उपाय सुनिश्चित कर रही है। जिसके अंतर्गत चिकित्सालयों की सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। साथ ही ऑक्सीजन प्लांट लगाये जाकर संभावित तीसरी लहर के लिए मरीजों के उपचार हेतु 24 घंटे ऑक्सीजन प्रदान करने की व्यवस्था की जा रही है। इसलिए कोविड की तीसरी लहर को रोकने की दिशा में सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किया जावे। वे आज कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभागार में विभिन्न विभागो में संचालित कार्यो की समीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे थे।
बैठक में कलेक्टर श्री शिवम वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया, विधायक श्री सीताराम आदिवासी, सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल, एसडीएम श्री लोकेन्द्र सरल, श्योपुर विधायक प्रतिनिधि श्री सिराज दाउदी एवं संबधित विभागो के कार्यालय प्रमुख और जिला अधिकारी उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने बैठक में कहा कि संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर सैम्पलिंग व्यवस्था को प्रभावी बनाया जावे। उन्होने कहा कि जिले के बार्डर क्षेत्र में सैम्पलिंग का कार्य निंरतर जारी रखा जावे, लिये गये सैम्पलों को शिवपुरी लोब्रोट्री में भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जावे। उन्होने कहा कि श्योपुर जिले के लिए 06 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये गये है। इनमें से जिला चिकित्सालय श्योपुर में तीन ऑक्सीजन प्लांटो का निरीक्षण किया गया है। शेष कराहल, बडौदा, विजयपुर के प्लांटो के बारें में कलेक्टर श्री शिवम वर्मा से जानकारी ली गई है। तब उन्होने बताया कि तीनो प्लांट काम करने के लिए तैयार है।
प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को रोकने के बारें में किये जा रहे उपायो की जानकारी सीएमएचओ डॉ बीएल यादव से ली। उन्होने प्रजेंटेंशन के माध्यम से की जा रही कार्यवाहियों की जानकारी दी। उन्होने कहा कि ऑक्सीजन प्लांटों का रख रखाव कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। चिकित्सको की कमी की डिमांड शासन को भेजी गई है। प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को दिये गये आवासो की जानकारी सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल से प्राप्त की। उन्होने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत प्रजेंटेंशन के माध्यम से स्वीकृत कार्यो की जानकारी दी।
मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि आदिवासी परिवार जहां रह रहे है। उनके आवास उन्ही की जगह के स्थान पर स्वीकृत कराये जावे। जो आवास से अभी भी पात्र हितग्राही शेष रहे है। उनको आवास दिलाने के लिए शासन को डिमांड भेजी जावे। उन्होने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत व्यक्तिगत शौचालय, सामुदायिक स्वच्छता परिसर के अतंर्गत किये गये कार्यो की जानकारी ली। उन्होने कहा कि सामुदायिक स्वच्छता परिसर ऐसी ग्राम पंचायत जहां हाट बाजार लगता है, उनके स्वीकृत किये जावे। जिसकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया जावे। सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल ने सामुदायिक/ संस्थागत सॉकपीट की जानकारी दी।
 इसी प्रकार प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने जलजीवन मिशन की समीक्षा की। उन्होने कहा कि ग्रामीण अंचल में पाईपलाइन बिछाने का कार्य पहले कराया जावे। इसके बाद सीसी, सड़क, खरंजा बनाया जावे। यह व्यवस्था एजेंसी के माध्यम से कराई जावे। व्यवस्था नही होने पर एजेंसी का फाईनल पैमेंट रोका जावे। जल जीवन मिशन के कार्यो का जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कराने की व्यवस्था होनी चाहिए। जिससे सभी के घर में पानी पहुँचाने की व्यवस्था कारगर साबित होंगी। जहां पर काम कराये जा चुके है और सडक, खरंजा टूट गया है, उनकी रिपयेर कराई जावे। उन्होने लोक निर्माण विभाग, पीआईयू, जल संसाधन, पीएमजीएसवाय, एमपीआरडीसी की समीक्षा की। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि उर्वरक व्यवस्था को प्रभावी बनाया जावे। जिसके अंतर्गत शिवपुरी मुरैना से उर्वरक की रैक बुलाई जावे।
साथ ही किसानों को उनकी मांग के अनुरूप यूरिया उपलब्ध कराया जावे। उन्होने उपसंचालक कृषि से चर्चा करते हुए कहा कि श्योपुर जिले में सरसों बोबनी का रकबा किनता है। तब उन्होने बताया कि 55 हजार हेक्टयर में सरसो ंकी बोनी की गई है, जो विगत वर्ष से अधिक है। इसी प्रकार गेहूं का पूरे जिले में रकबा 66 हजार हेक्टयर है। 26 हजार हेक्टयर में चना की बोवनी की गई है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यूरिया की डिमांड बढ गई है। तब प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने डीडीओ को निर्देश दिये कि किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जावे। साथ ही कराहल क्षेत्र में गाय के गोबर की खाद अधिक है। फसलों में इसका उपयोग करने की सलाह दी जावे। जिससे तीन वर्ष तक बिना खाद के फसल होगी। साथ ही उत्पादन भी बढेगा। इस दिशा में मुख्यमंत्री जी द्वारा भी कदम उठाये जा रहे है। उन्होने कहा कि मेरे द्वारा भी अपनी खेती को जैविक पद्धति से करने की दिशा में कदम उठाये गये है। जिसके तीन वर्ष में अच्छे परिणाम आये है। जैविक खेती को अपनाने से कई प्रकार की बीमारियों से निजात मिलेगी। इस दिशा में सहरिया परिवारों को इस खेती को करने के लिए चिन्हित किया जावे। साथ ही उनकों जैविक खेती को अपनाने के टिप्स दिये जावे। बैठक में इफको के प्रतिनिधि श्री दिनेश सोलंकी ने इफको द्वारा स्वदेशी तकनीक पर आधारित नैनो यूरिया का प्रजेटेंशन दिया गया। साथ ही नैनो की बोतल दिखाकर उसके डालने से यूरिया की भरपाई की जानकारी और कहा कि 125 लीटर पानी में इस बोतल का घोल बनाया जावे। यह बोतल यूरिया खाद का काम करेंगी। इफको के माध्यम से चिन्हित किसानो को बोतल मुफ्त प्रदान की जावे। जिससे वे नैनो यूरिया का प्रचार-प्रसार करेंगंे।
प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने विधुत कंपनी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के प्रदान की जा रही विधुत व्यवस्था की जानकारी महाप्रबंधक विधुत कंपनी श्री आरके अग्रवाल से प्राप्त की। उन्होने कराहल तहसील मुख्यालय पर बिजली व्यवस्था को प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। विधायक श्री सीताराम आदिवासी ने इस दौरान बताया कि झिरन्या भूरवाडा क्षेत्र में दो दिन से लाईट नही आ रही है। तब महाप्रबंधक विधुत कंपनी ने बताया कि विधुत व्यवस्था को सुधारकर सुचारू करा दी गई है। प्रभारी मंत्री ने खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि पात्र हितग्राहियो के पात्रता पर्ची उपलब्ध कराई जावे। खाद्य विभाग के श्री विवेक पराशर ने बताया कि 179 हितग्राहियों को जनवरी तक पात्रता पर्ची उपलब्ध करा दी जावेगी। प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने आबकारी विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, बाढ़ राहत, बस्ती विकास की समीक्षा की। साथ ही सहायक आयुक्त आजाक श्री एमपी पिपरैया ने बताया कि एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना कराहल में गत दो वर्षो से बजट आवंटन नही हो रहा है। शासन को आवंटन के लिए डिमांड भेजी गई है। प्रभारी मंत्री ने भू-अभिलेख सुधार के कार्यो की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होने कहा कि अगर श्योपुर जिले में बन्दोबस्त नही हुआ है। तब इस दिशा में कार्यवाही चुनाव के बाद कराई जावे। फूड प्रोसेसिंग की दिशा में श्योपुर जिले को अमरूद के लिए चयन किया गया है। उन्होने कहा कि इस दिशा में ग्वालियर मेला में 15 से 20 जनवरी के मध्य श्योपुर जिले का प्रदर्शन कराया जावे। इसी प्रकार आदिवासी विकासखण्ड कराहल के क्षेत्र में वनो की अधिकता देखते हुए यहां वनोपज संग्रहण अधिक से अधिक किया जाकर जडीबूटी के कार्य के लगे समितियों की बैठक आयोजित कर वनोपज संग्रहण को बढावा दिया जावे। जिससे श्योपुर जिलें को विजन मिलेगा।
प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने कराहल तहसील के ग्राम झिरन्या में पटवारी द्वारा बाढ़ से संबधित राशि डालने के बारें में जानकारी ली। तब कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच कराई जा चुकी है। प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने बैठक में सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि योजना और विकास के कार्य जो पूर्व से संचालित है। उनको चालू वित्तीय वर्ष में पूर्ण कराया जावे।
कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने बैठक में बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोकने की दिशा में श्योपुर जिलें में 6 ऑक्सीजन प्लांट लगाये गये है। जो वर्तमान में चालू हालत में है। उन्होने कहा कि राजस्थान के बार्डर पर चैकिंग पाईट लगाये गये है। जहां पर यात्रियो की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद सैम्पल शिवपुरी लोब्रोटी को भिजवाने की व्यवस्था सीएमएचओ, सिविल सर्जन द्वारा की जा रही है। ऑक्सीजन प्लांट का रख रखाव फिलहाल कंपनी द्वारा कराने की व्यवस्था की गई है। रेग्युलर कन्टैक्ट की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर कराई जावेगी। डाक्टरो की कमी की डिमांड शासन को भेजी जा चुकी है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत जहां पर पात्र परिवार रह रहे है। वही पर उनको मकान देने के प्रयास किये जा रहे है। 52 हजार के लक्ष्य में से 15 हजार परिवारों को मकान देने की व्यवस्था की जा चुकी है। बाढ़ के दौरान पात्रता अनुसार राहत राशि का वितरण किया गया है। कोई भी पात्र छूटेगा नही। इस दिशा में डिमांड के अनुसार परीक्षण कराकर कार्यवाही की जा रही है। बाढ के दौरान 138 करोड 5 लाख रूपये का वितरण किया गया है।
 कलेक्टर ने कहा कि किसानो को यूरिया उपलब्ध कराने के लिए शिवपुरी और मुरैना से रैक के माध्यम से खाद प्राप्त करने की कार्यवाही की जा रही है। जैविक खेती की दिशा में भी कृषि विभाग के माध्यम से कार्यवाही कराई जावेगी। उन्होने कहा कि बाढ़ में विधुत कंपनी द्वारा बिजली सप्लाई बहाल करने की दिशा में अच्छा काम किया था। साथ ही राशन आपके द्वार योजना को प्रभावी बनाने की दिशा में कार्यवाही की गई है। यह योजना कराहल क्षेत्र में अमल में लाई गई है। उन्होने कहा कि आदिम जाति कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित आहार अनुदान योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले आवेदनो पर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। इसी प्रकार एनआरएलएम के माध्यम से अमरूद की खेती, अमरूद पल्प जूस यूनिट, ए-टू मिल्क, हल्दी प्रोसेंिसग यूनिट, सरसो तेल यूनिट की दिशा में नवाचार किये गये है। उन्होने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग, महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से गर्भवती माताओ के लिए जननी वाहन की सुविधा के अलावा ग्राम पंचायतो के सचिवो के माध्यम से वाहन उपलब्ध कराने की सुविधा प्रचलित है।
कलेक्टर ने बैठक में अवगत कराया कि श्योपुर जिले में भू-अभिलेख सुधार की दिशा में कार्य चल रहे है। अगले माह तक भू- अभिलेख सुधार का कार्य पूर्ण करा लिया जायेगा। फूड प्रोसेसिंग की दिशा में कार्यवाही एनआरएलएम के माध्यम से की जा रही है। इस दौरान सहायक संचालक उद्यानिकी श्री एमएस तोमर ने की गई कार्यवाहियो की जानकारी दी।