नपा के सर्वेक्षण में इंद्राज की त्रुटियां बनी प्रॉपर्टी मालिकों का सिर दर्द
नपा के सर्वेक्षण में इंद्राज की त्रुटियां बनी प्रॉपर्टी मालिकों का सिर दर्द 

कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई न कर मालिकों पर दोबारा ठीक करवाने का डाली जा रही है जिम्मेदारी

 बराड़ा ,22 दिसंबर(जयबीर राणा थंबड़)

गत दिनों नगर पालिका क्षेत्र  मे किया गया प्रॉपर्टी टैक्स हेतु एक निजी सर्वेक्षण  एजेंसी द्वारा सर्वेक्षण प्रॉपर्टी मालिकों के लिए सिरदर्द बन गया  हैं।  सर्वे के दौरान बरती गई लापरवाही और प्राइवेट सर्वे एजेंसी द्वारा जारी किए गए एसेसमेंट नोटिसो में कहीं प्रॉपर्टी का डाटा ही गलत, कहीं  मालिक का नाम गलत, कहीं पर मकान खाली  दर्शाया गया है ।विभिन्न प्रकार की भ्रांतियों ने प्रॉपर्टी टैक्स धारकों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आए दिन प्रॉपर्टी मालिक टैक्स जमा करवाने के लिए नपा कार्यालय के चक्कर काटते दिखाई दे रहे हैं ।परंतु   भ्रम की स्थिति के चलते कस्बा वासियों ने प्राइवेट एजेंसी द्वारा करवाए गए इस सर्वे को पूर्णतया त्रुटि पूर्वक ठहराते हुए दोबारा करवाने की मांग की है ।और यह भी कहा है कि जब नपा कार्यालय में प्रॉपर्टी का नाम और मालिक का नाम अंकित है तो फिर इस प्रकार के सर्वे की जरूरत ही क्या थी ।जानकारी के अनुसार याशी कंसल्टेंसी कंपनी जयपुर राजस्थान की एक निजी फर्म को पूरे हरियाणा में  प्रॉपर्टी टैक्स एकत्रित करने हेतु ऑनलाइन सर्वे का कार्य सौंपा गया था ।जिसे आनन-फानन में कंपनी के विभिन्न कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा 2019 में पूरा किया गया था ।

  । प्रॉपर्टी मालिक  आईडी डिटेल दुरुस्त करवाने के लिए कतारों में लग रहे हैं सबसे ज्यादा दिक्कतें लालडोरा में आने वाली प्रॉपर्टी मालिकों की है क्योंकि प्रॉपर्टी आईडी में अपनी जानकारी सही करवाने के लिए जमीन या मकान की रजिस्ट्री भी मांगी जा रही है ।असेसमेंट नोटिस के बाद नगर पालिका कार्यालय में पहुंचे श्यामलाल ,

अर्जुन लाल, सुरेंद्र ,नरेश  रामलाल का कहना है कि ऐसा लगता है कि एजेंसी ने  सर्वे के दौरान भारी लापरवाही बरती है ।जबकि कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि उन्होंने मकान 150 वर्ग में बनाया हुआ है लेकिन 194 वर्ग में मकान दिखाया गया है जिससे टैक्स भी ज्यादा भरना पड़ेगा। श्यामलाल का कहना है कि सारे दस्तावेजों में दुकान की प्रॉपर्टी उनकी पत्नी के नाम पर है लेकिन नोटिस में नाम किसी का भी नहीं दिखाया गया है इस प्रकार के नोटिस को देखकर उनके भी होश उड़ गए । ऐसा करने से उन्हें जहां एक और मानसिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ा वहीं आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा है । अब प्रॉपर्टी मालिकों को नगर पालिका कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं क्योंकि सभी दस्तावेजों के साथ उन्हें अपनी जानकारियां दुरुस्त करवानी पड़ रही हैं। 



........एसेसमेंट नोटिस देख जनता घबराए नहीं, त्रुटि मिलने पर निशुल्क  ठीक करवाएं।

       एजेंसी के कर्मचारी शुभम व जगदीश कुमार ने बताया कि कुछ साल

 पहले एजेंसी द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स आईडी को लेकर भौतिक तथा ड्रोन से सर्वे किया गया था जिसके चलते एसेसमेंट नोटिस प्रॉपर्टी मालिकों को जारी किए गए हैं । यदि एसेसमेंट नोटिस में कोई त्रुटि है तो मालिक दस्तावेजों सहित अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है ।हर प्रकार की त्रुटि को निशुल्क ठीक किया जा रहा है।  


क्या कहते हैं नपा सचिव :-

जब इस बारे नगर पालिका सचिव जतिंद्र शर्मा 

से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रॉपर्टी टैक्स का सर्वे करवाने के लिए सरकार द्वारा याशी कंसलटेंसी एजेंसी को जिम्मेवारी सौंपी गई थी। सचिव  ने माना की सर्वे में कुछ कमियां जरूर सामने आई है । अभी प्रॉपर्टी टैक्स का एसेसमेंट नोटिस दिया जाएगा त्रुटि पाए जाने पर  डाटा दुरुस्त करवाएं ताकि भविष्य में प्रॉपर्टी मालिकों  परेशानी न झेलनी पड़े।