होशंगाबाद में वर्ष भर सैलानी उठा सकेंगे पर्यटन संबंधी गतिविधियों का लुत्फ
*होशंगाबाद में वर्ष भर सैलानी उठा सकेंगे पर्यटन संबंधी गतिविधियों का लुत्फ* 

*52 सप्ताह 52 इवेंट्स किए गए प्रस्तावित* 

*स्टार गेजिंग,बर्ड सर्वे एवं वाचिंग, पचमढ़ी बायोडायवर्सिटी उत्सव , काईट फेस्टिवल , बफर सफारी जैसे गतिविधियां होंगी आयोजित* 

 *होशंगाबाद में पर्यटन की संभावनाओं पर हुआ मंथन* 

आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश अभियान के तहत होशंगाबाद में एक जिला एक उत्पाद में चयनित पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा हैं। डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म प्लान पर मंथन कर उसे अमलीजामा पहनाने के लिए शनिवार को तवा रिसॉर्ट के कॉन्फ्रेंस हॉल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला पुरातत्व ,पर्यटन एवं संस्कृति परिषद होशंगाबाद द्वारा आयोजित कार्यशाला में कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह, फील्ड डायरेक्टर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व श्री एल कृष्णमूर्ति , पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री मनोज सारियम , संयुक्त संचालक संतोष कुमार श्रीवास्तव मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड सहित सभी एसडीएम एवं पर्यटन से जुडी एजेंसियां उपस्थित रही, जहां जिले में पर्यटन की संभावनाओं पर मंथन कर कई पर्यटन संबंधी गतिविधियां प्रस्तावित की गई। 
       कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि होशंगाबाद में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। जिले में पर्यटकों की सुविधा को केंद्र में रखकर जिले में पर्यटन संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा, ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को होशंगाबाद में एक बेहतर अनुभव प्राप्त हो सके।कार्यशाला में कलेक्टर श्री सिंह ने पचमढ़ी , मड़ई, तवा ,होशंगाबाद आदि टूरिज्म स्पॉट्स पर प्रचलित गतिविधियों एवं प्रस्तावित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
   फील्ड डायरेक्टर एसटीआर श्री एल कृष्ण मूर्ति ने बताया कि शासन की मंशा अनुसार एसटीआर में पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। पर्यटन संबंधी गतिविधियों से स्थानीय लोगों को जोड़ा गया हैं, जिससे उन्हें ना केवल रोजगार का बेहतर विकल्प प्राप्त हुआ है बल्कि इसके माध्यम से वन संरक्षण भी संभव हो पाया है। पर्यटन के माध्यम से रोजगार सृजन के लिए जिला प्रशासन से समन्वय कर हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। 
  संयुक्त संचालक एमपीटी श्री श्रीवास्तव ने जिले में पर्यटन को प्रमोट करने के लिए शॉर्ट टर्म , मिड एवं लॉन्ग टर्म  प्लानिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे जिला पुरातत्व ,पर्यटन एवं संस्कृति परिषद को और सशक्त कर जिले में पर्यटन संबंधी गतिविधियों को बेहतर रूप दिया जा सकता है इस विषय पर प्रकाश डाला।
    जिले के टूरिज्म स्पॉट्स पर वर्ष भर सैलानी विभिन्न पर्यटन संबंधी गतिविधियों का लुत्फ उठा सके इसलिए 52 सप्ताह 52 इवेंट्स को फाइनल किया गया। नए साल में जनवरी के अंतिम सप्ताह में मड़ई में बर्ड सर्वे तथा हर्बल पार्क में नियमित बर्ड वाचिंग गतिविधि संचालित की जाएगी। इसी तरह 20 दिसंबर से 10 जनवरी के बीच तवा से परसापानी तक बफर सफारी , जनवरी में ही ट्रैफिक पार्क एक्टिविटी , फरवरी माह में तवा से मड़ई तक साइकलिंग, मालाखेड़ी होशंगाबाद में सेरी कल्चर गाइड , फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में ही हेरिटेज एवं टेंपल वॉक ,14 फरवरी को बांद्राभान होशंगाबाद में काईट फेस्टिवल, मार्च माह में सतपुड़ा साइकिल सफारी, जनवरी माह में झिरपा से पचमढ़ी तक फोरसिथ ट्रेल, मार्च में पचमढ़ी ट्रैकिंग चैलेंज , पचमढ़ी से धूपगढ़ रॉक क्लाइंबिंग अगस्त में , मैंगो फेस्टिवल का आयोजन मई, जून और जुलाई माह में क्रमशः मटकुली, पचमढ़ी एवं बाबई में किया जाएगा। पचमढ़ी मैराथन नवंबर व दिसंबर माह के मध्य में, मटकुली से पचमढ़ी तक मोस्ट डिफिकल्ट मैराथन, पिपरिया में बफर सफारी पिपरिया, होशंगाबाद में  रॉक आर्ट ट्रेल आदमगढ़ जुलाई माह में , अक्टूबर माह में पचमढ़ी अंतर्गत नेचर एंड वेलनेस एक्टिविटी , अप्रैल माह में बनखेड़ी/ गोविंद नगर अंतर्गत आर्ट एंड क्राफ्ट एग्जिबिशन, जिले में पचमढ़ी डायवर्सिटी उत्सव का आयोजन मई माह में किया जाएगा। लॉस्ट रेसिपीज एक्टिविटी होशंगाबाद में जून एवं पचमढ़ी में फरवरी में आयोजित की जाएगी। जिले के ग्राम छेड़का, ढाबा एवं कुकरा में रूरल वॉक , लोकल एक्सक्यजन गतिविधि आयोजित की जायेगी। इसी तरह अन्य गतिविधियों में क्लीन पचमढ़ी, लोगो कंपटीशन, रिवर वॉक, सेठानी घाट पर नर्मदा महाआरती, टेंपल एवं घाट फोटोग्राफी, मड़ई में सतपुड़ा वाइल्ड लाइफ बायोडायवर्सिटी, साहित्य उत्सव, पर्यटन घाट एवं पचमढ़ी पर लाइव पेंटिंग आदि गतिविधियां संचालित की जाएगी।
     विज्ञान शिक्षक श्री राजेश पाराशर द्वारा कार्यशाला में बताया गया कि आगामी साल में तीन बड़ी खगोलीय घटना घटित होगी। जिस पर 25 अक्टूबर को होशंगाबाद में , 14 अगस्त को परसापानी में एवं 8 दिसंबर को पचमढ़ी में स्टार गेजिंग इवेंट आयोजित किया जायेगा।
    कार्यशाला में आर्किटेक्ट एंड डिजाइनर कनक साहू ने होशंगाबाद में पर्यटन के विकास पर अपार संभावनाओं के संबंध में पीपीटी प्रेजेंटेशन दिया। एमपी टूरिज्म के प्रशांत सिरोलिया एवं अमित सिंह ने रिस्पांसिबल टूरिज्म, रुरल टूरिज्म, न्यू होरिजन ऑफ टूरिज्म , फूड एंड शॉपिंग एवं सेफ टूरिज्म डेस्टिनेशन फॉर वूमेन पर विस्तार से प्रकाश डाला। विज्ञान प्रसारक सुश्री सहायिका घारू ने भी जिले में खगोलीय घटनाओं पर आधारित पर्यटन इवेंट के संबंध में अपने विचार रखें।कार्यशाला का संचालन प्राध्यापक नर्मदा महाविद्यालय डॉ हंसा व्यास द्वारा किया गया।