पचपदरा बस दुखांतिका की पुनरावृति रोकने के उपायों पर चर्चा*
*पचपदरा बस दुखांतिका की पुनरावृति रोकने के उपायों पर चर्चा*

सड़क सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के दिए निर्देश

बाड़मेर से वागा राम बोस की रिपोर्ट


बाड़मेर, 12 नवम्बर। जिले में पचपदरा बस दुखांतिका जैसे हादसो की पुनरावृत्ति रोकने के लिए शनिवार को जिला कलेक्टर लोकबंधु की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई जिसमें सड़क सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने का फैसला किया गया।
    इस मौके पर जिला कलेक्टर ने कहा कि रिफाइनरी निर्माण के कारण पचपदरा से जोधपुर के मध्य यातायात का दबाव बहुत अधिक बढ़ गया है, ऐसे में परिवहन विभाग तथा पुलिस की पचपदरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थाई चैक पोस्ट स्थापित की जाए। साथ ही अधिक गति से चलने वाले वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए नेशनल हाईवे पर इंटरसेप्टर वाहन तैनात रहे। जिला कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर सभी प्रमुख स्थानों पर वाहनों की अधिकतम सीमा के संकेतक लगाने के निर्देश दिए, जिसमें कार, बस, ट्रक आदि  सभी वाहनों के लिए निर्धारित गति सीमा अंकित हो।
  इस मौके पर कलेक्टर बंधु ने जिले में संचालित सभी यात्री बसों में संकट द्वार लगाने तथा इसके ऊपर नाम एवं संकेतक लगाने को कहा एव बिना संकट द्वार तथा संकट खिड़की के संचालित बसों की धरपकड़ करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि बसों में आपातकाल के लिए नुकीले हथौड़ी भी रखे जाएं ताकि दुर्घटना की स्थिति में बसो के कांच आसानी से तोड़े जा सके।
  इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राज्य राजमार्ग दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान की जाए, जहां संकेतक लगाए जाए एवं आवश्यकता होने पर सड़क का तकनीकी सुधार किया जाए। साथ ही ऊँट गाड़ा, बैलगाड़ी, टैक्टर ट्रोली पर रेडियम लगाने को नियमित अभियान चलाए जाए।
    अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओम प्रकाश विश्नोई ने बताया कि पचपदरा बस हादसे की जांच को अंतर्विभागीय समिति गठित की गई है।
  बेठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह, जिला परिवहन अधिकारी संजीव चौधरी, अधीक्षण अभियंता कपिल वर्मा, जे पी सुथार मौजूद रहे। वही ब्लाक स्तर पर उपखण्ड अधिकारी वीसी से जुड़े।