19 वें वर्ष में द्वारिकाधीश जी को भक्तों ने लगाया छप्पन भोग, हजारों ने पाई प्रसादी
19 वें वर्ष में द्वारिकाधीश जी को भक्तों ने लगाया छप्पन भोग, हजारों ने पाई प्रसादी इटारसी। जिले व शहर के प्रमुख व अति प्राचीन श्री द्वारिकाधीश मंदिर में, श्री द्वारिकाधीश मन्दिर उत्सव समिति द्वारा लगातार19 वें वर्ष में ठाकुर जी को पारम्परिक छप्पनभोग लगाकर, श्री गिरिराज जी व गिरिराजधरण श्रीकृष्ण की पूजन,अर्चना व प्रार्थना,शास्त्रोक्त पूजन,कीर्तन,महाआरती व फिर महाप्रसादी का कार्यक्रम , हजारों कृष्ण भक्तों की भक्तिपूर्ण व भावपूर्ण उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। हजारों भक्तों ने पहले छप्पनभोग उत्सव के दर्शन किये व फिर प्रसादी प्राप्त की। ज्ञात रहे कि विगत 2 वर्ष से इस उत्सव को कोविड गाइड लाइन के चलते सीमित स्वरूप में जरूर कर दिया गया है पर उत्सव में छप्पन भोग प्रसादी व मंत्रमुग्ध कर देने वाली साजसज्जा पूर्ववत ही होती है।मन्दिर में ठाकुर द्वारिकाधीश जी की एकमात्र कसौटी पत्थर से निर्मित अलौकिक सी मनोहारी प्रतिमा अति प्राचीन काल से स्थापित है। जो चमत्कारी रूप से शहर के एक कुएं के पाट पर अचानक प्राप्त हुई थी। समय समय पर मन्दिर में विभिन्न भक्तिपूर्ण सेवाएं वृंदावन के मंदिरों की तरह होती रहती हैं। प्रतिदिन प्रातः 6.30 बजे ठाकुर जी के मंगला दर्शन से मन्दिर के पट खुलते हैं। फिर 7.30 बजे श्रृंगार आरती, 11.30 बजे भोग आरती होती है। रात में 8 बजे संध्या आरती व 9.30 बजे शयन आरती के बाद मन्दिर के पट बंद होते हैं।