हडिया तहसील क्षेत्र के किसान विगत 8 वर्षों से सोयाबीन की फसल की बर्बादी की मार झेल रहे हैं ऐसे में हडिया तहसील क्षेत्र में इस बार किसानों का सोयाबीन की तरफ से मोहभंग होता दिखाई पड़ा जिसके चलते सोयाबीन का रकबा घटकर नाम मात्र का रह गया है ऐसे में तहसील क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसानों द्वारा ज्वार मक्का मूंग और उड़द की फसल बोई गई है वही प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर मोटे अनाज की खरीदी करने के निर्देश जारी किए गए हैं जिसके चलते जिले में पंजीयन के लिए 3 केंद्र बनाए गए हैं जिसमें हरदा तहसील में एक मात्र रूपी परेटिया केंद्र बनाया गया है जिसको लेकर हंडिया तहसील क्षेत्र के किसान निराश दिखाई पड़ रहे हैं कृषक शरण तिवारी का कहना है कि इस बार करीबन 1000 एकड़ जमीन में किसानों द्वारा ज्वार की फसल लगाई गई है ऐसे में हंडिया सेवा सहकारी समिति में समर्थन मूल्य पर की जाने वाली खरीदी का पंजीयन कार्य कराया जाना चाहिए जिससे कि हंडिया सहित आसपास के गांवों के किसानों को पंजीयन कराने के लिए 60 से 70 किलोमीटर की दूरी तय ना करना पड़े तिवारी ने बताया कि पंजीयन के साथ ही किसान को अपनी उपज बेचने के लिए भी इतनी ही दूरी तय करना पड़ेगी जिससे उन्हें समय एवं आर्थिक हानि दोनों उठाना पड़ेगी तहसील क्षेत्र के किसानों ने कृषि मंत्री कमल पटेल से मांग की है कि सेवा सहकारी समिति हंडिया में पंजीयन केंद्र बनाने के साथ ही कृषि उपज मंडी हडिया में मोटे अनाज की खरीदी की जाए जिससे कि क्षेत्र के किसानों को समर्थन मूल्य पर की जाने वाली खरीदी का लाभ मिल सके
समर्थन मूल्य पर हडिया में पंजीयन नहीं होने से किसान निराश किसानों ने की कृषि मंत्री कमल पटेल से पंजीयन एबं खरीदी केंद्र शुरू कराने की मांग