लाखो की आस्था पर लाकडाउन भारी अमावस्‍या नर्मदा स्नान नही हो पाये
लाखो की आस्था पर लाकडाउन भारी अमावस्‍या नर्मदा स्नान नही हो पाये 
होशंगाबाद:- (योगेश सिंह राजपूत ) - प्रतिवर्ष साल में पडने वाली सोमवती अमावस्या पर हजारो लाखों श्रद्धालु माॅ नर्मदा में पर्व स्नान का पुण्य लाभ लेने के लिए हमेशा तत्पर रहते है। घाटो और नर्मदा के तटो वाले गाॅव में लोग पूजन सामग्री सहित लाखों रुपये का व्यवसाय करने की आश लगा कर बैठे थे। लाकडाउन और कोरोना ने पूरा सत्यानाश कर दिया है। वही दूसरी तरफ प्रशासन ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए बढती आस्था की भीड़ पर काबू पाने के लिए घाटों पर डुबकी लगाने पर प्रतिबंध लगा दी है। विगत वर्ष भी अमावस्या पूर्णिमा अन्य महत्तपूर्ण स्नान पर्वों पर नर्मदा में डुबकी लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। सेठानी घाट और अन्य घाट लगभग 6-8 तक प्रतिबंधित कर दिये गये गये थे । सम्पूर्ण लोगो ने मां नर्मदा पर अस्था रहते हुये घर में रखे हुए जल को लेकर स्थान कर लिया है और कई लोगो ने तो इस बात को मान लिया कि जो जल आ रहा है वह माॅ नर्मदा का ही आता है। श्रृद्धालु और माता बहिने अपने घर पर नर्मदा का नाम लेकर सोमवती स्नान पर्व का लाभ अपने अपने घर में ले रही है। आज फिर कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकडी है और बचने के लिए प्रशासन हमेशा गुहार कर रही है कि दूरी बनाये रखे और माॅ नर्मदा के दर्शन का लाभ ले अपने और परिवार की देखभाल करे।