रघुनाथ नगर।सोसाइटी में रखे धान पानी गिरने से पूरी तरह से सड़ गल जा रहे हैं लेकिन डीएम साहब की नींद नहीं खुल रही है विभिन्न विभिन्न सोसाइटी में धान पानी में भीगने से पूरी तरह से खराब हो जा रहे हैं लेकिन इस विभाग में कार्यरत कर्मचारी अधिकारी का ध्यान बिल्कुल ही इस तरफ नहीं है करोड़ों रुपए की धान खराब हो रहे हैं लेकिन धान का उठाव नहीं हो रहा है और नाही स्कोर ढकने के लिए त्रिपाल की व्यवस्था की जाती है इसी सड़ी गली धान को बाद में मिलो में ले जाकर इसकी कुटाई कर वापस गरीबों को खाने के लिए दे दिया जाता है सोसाइटी में कार्यरत कर्मचारियों की आय देखी जाए तो बहुत अधिक है इसमें छोटा सा ऑपरेटर जिस का वेतन ना के बराबर होता है लेकिन सी कमाई महीना में लाखों की होती है इतनी अधिक आय होने के बाद भी सोसाइटी में कार्यरत अधिकारी कर्मचारी का ध्यान बिल्कुल इस तरफ नहीं जाता समय पर यही सड़ा गला धान गरीबों का निवाला बनता है जिसे गरीब खाकर अपना पेट भरते हैं हर वर्ष पानी गिरने के कारण सोसाइटी में रखे धान इसी तरह भेजते रहते हैं लेकिन किसी अधिकारी कर्मचारी का ध्यान इस तरफ नहीं जाता और सोते रहते हैं छत्तीसगढ़ सरकार की करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है लेकिन कभी भी इसमें कार्यरत कर्मचारियों का ध्यान इस ओर नहीं जाता शासन को चाहिए की ऐसे कर्मचारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि हमारे गरीबों का निवाला कभी भी सोसाइटी में खराब ना हो और अच्छा चावल बनकर वापस गरीबों में मिले
बरसात होने के कारण सोसाइटी में रखे धान सड़ गल रहे हैं।
बरसात होने के कारण सोसाइटी में रखे धान सड़ गल रहे हैं। रघुनाथ नगर से से राजेश कुमार देवांगन की रिपोर्ट।