चिली। दुनिया कोरोना से हर दिन जूझ रही है। लाखों लोगों की जान जा रही है। ऐसे में सभी देशों की सरकार की कोशिश यही है कि आम आदमी तक वैक्सीन (Vaccine) पहुंचाई जाए। लेकिन कैसा हो अगर हम कहें कि कुछ लोगों को कोरोना वैक्सीन के नाम पर कुत्तों (Dogs) का वैक्सीन लगा दिया गया? दरअसल ये मामला चिली का है। यहां एक डॉक्टर ने ऐसा ही कुछ कर दिया है।
उत्तरी चिली में स्वास्थ्य अधिकारियों ने दो पशु चिकित्सकों पर जुर्माना लगाया है। उन पर आरोप है कि वे कोविड -19 से बचाव के नाम पर लोगों को कैनाइन के टीके दे रहे थे। एंटोफगास्टा प्रांत के उप स्वास्थ्य सचिव रोक्साना डिआज ने कहा कि उनकी एजेंसी के कार्यकर्ता एक जानकारी मिलने पर कलमा शहर में मारिया फर्नांडा मुनोज की पशु चिकित्सा क्लीनिक पर गए थे। वहां लोगों ने मास्क नहीं पहने हुए थे और उन्होंने बताया कि उन्हें टीका लगाया गया है तो मास्क की जरूरत नहीं। दरअसल वे जिस टीके की बात कर रहे थे वह कुत्तों की वैक्सीन थी।
इससे पहले मुनोज ने एक सरकारी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने कुत्तों में कोरोना वायरस की वैक्सीन खुद ली है और अपने स्टाफ को भी दी है। उन्होंने दावा किया कि इसकी वजह से वे बिलकुल ठीक हैं। इधर, रोक्साना डिआज़ ने कहा कि- सच ये है कि ये वैक्सीन बेहद खतरनाक है। डिआज ने बताया कि मुनोज के अलावा एक अन्य पशु चिकित्सक कारलोस पारडो भी इस वैक्सीन का प्रचार कर रहे थे। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ विभाग ने पारडो पर 9200 डॉलर और मुनोज पर 10,300 डॉलर का जुर्माना लगाया है।