शादी में मत आना- स्वरूचि भोज व खाना निरस्त, भेज रहे संदेश
शादी में मत आना- स्वरूचि भोज व खाना निरस्त, भेज रहे संदेश 

शादी की शुरूआत होने वाली थी तथी कोरोना के भीषण संकटकाल के बीच 22 अप्रैल, गुरुवार से शुभ विवाह मुहूर्त शुरू होने वाला था । लेकिन शादियों को लेकर पूरे समाज और देश के लोगों का उत्साह बिल्कुल खत्म सा हो गया है। जहाॅ जहाॅ परिवारों में शादियां होनी हैं, वह केवल इस जुगाड में लगे हैं कि किसी तरह जैसे-तैसे शादी निपट जाये। क्योकि शादी में अधिकतम 50 लोगों के शामिल होने की सीमा प्रशासन द्वारा निर्धारित कर दी गई है। लोगों को यह आशंका है कि कहीं यह संख्या और न घट जाए व शादी निरस्त न करना पड़े। कई परिवारो ने तो निमंत्रित मेहमानों को संदेश भेजना शुरू कर दिया है कि शादी में खाना निरस्त कर दिया है, शादी में मत आना। अपितु, कई परिवार ऐसे हैं, जहाॅ 28 तारीख को फलदान आदि विवाह रस्में होनी थीं, मगर उन्होंने 21 को ही इन रस्म को शादी गार्डन के बजाय घर से ही सीमित लोगों के बीच पूरा कर लिया। दूल्हा दुल्हन, खासकर ग्रामीणों के साथ परेशानी यह है कि उन्होंने शादी की जरूरी खरीदारी भी नहीं कर पाई है।