*घोजाडोंगरी रिपोर्टर मनोज पवांर*
लगता है की प्रकती भी मानव जाती पर कहर पे कहर बरपा रही है क्योकि आज फिर मौसम बदलकर बारिश हुई तेज हवाओ के साथ बारिश ने सिर्फ जिवन को ही अस्त व्यस्त नही बलकी किसानो और छोटे व्वसाईयो के साथ छलावा किया हो लॉकडीऊन होने से व्वसाय भी बंद हो गये परिवार के भरण पोषन करने की हर व्यक्ती कि कोसीशे नाकाम नजर आ रहा है लॉकडाऊन सुचारु रुप से लगा दिख रहा है परंतु हम सब कुछ जानते हुये भी हालात से समझौता कैसे करे ये समझ से परे है लोगो मे हलचल सी मची है क्या लॉकडाऊन कर दिया तो कोरोना का कहर हमेंशा के लिये खत्म हो पायेगा सरकार को आभास भी हो रहा है कि लॉकडाऊन से कोरोना की रोक थाम कुछ कम ही होगीं मगर उत्कृष्ट जीवन जीने के लिए व्यवसाय का अच्छा होना और पैसे कमाना और फसलों का भी अच्छा होना यह सब बातें होंगी तभी जीवन यथावत तरीके से जिया जा सकेगा वरना भगवान ही जाने .....