होश्ंागाबाद:-( योगेश सिंह राजपूत) - पूरे शहर में घर घर गूंजा-नाशै रोग मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। मंदिरों में प्रतिमा का सिंदूर, बर्क, चमेली तेल से किया श्रृंगार। नियमों का पालन करते हुए मंदिरों में सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग के संयोग में मंगलवार को हनुमान जयंती श्रृद्धा उल्लास से मनाई गई। भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने पर पाबंदी होने से पुजारियों ने ही आरती करके संपूर्ण विश्व से महामारी खत्म करने की प्रार्थना की। भक्तों ने अपने घर पर पूजा स्थल के समक्ष बैठकर पूजा की और हनुमान चालीसा का पाठ किया।
चालीसा की पंक्तियां नाशै रोग मिटे सब पीरा, घर-घर में गूंज उठी। पूरे परिवार के लोगों ने एक साथ बैठकर कोरोना महामारी से छुटकारा दिलाने की प्रार्थना की। बड़े हनुमान मंदिर समेत 10 से अधिक बड़े मंदिरों और गली मोहल्लों के मंदिरों में हनुमानजी की प्रतिमा का सिंदूर, चमेली के तेल, चांदी के बर्क से श्रृंगार किया गया। भक्त इसे चोला चढ़ाना कहते है। बंद द्वार पर मत्था टेका लॉकडाउन में शासन के नियमों के चलते सभी धार्मिक स्थल भक्तों के लिए बंद होने के बावजूद कई भक्त बंद मंदिर के द्वार पर ही मत्था टेककर अपने परिवार के कोरोना ग्रस्त मरीजों के अच्छे स्वास्थ्य लाभ की कामना की। 51 बार किया पाठ
घर-घर में रोट, गुड़, लड्डुओं का भोग अर्पित किया गया। कई भक्तों ने घर पर 11, 21 और 51 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया। हनुमान चालीसा की चैपाइयां श्जय हनुमान ज्ञान गुण सागर, जय कपिश तिहूं लोक उजागरश् गूंज उठा। इसके पश्चात महाआरती में आरती कीजै हनुमान लला की, दुष्ट दलन
रघुनाथ कला की...श् गाकर सदस्यों को प्रसाद वितरित किया।