बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
14 अप्रेल 1891 को मध्यप्रदेश के महू में जन्मे डॉ बाबा साहेब अंबेडकर जी की 130 वीं जयंती एससी एसटी बीसी कौंसिल कार्यालय टाईप थ्री 95 शोभापुर कालोनी में मनायी गयी । बाबा साहेब द्वारा विश्व का सबसे बड़ा संविधान 02 वर्ष 11 माह 18 दिनों में लिखा गया जो कि विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। इस कार्यक्रम के आयोजन में सामाजिक दूरी के साथ-साथ covid-19 के समस्त नियमो का पालन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम बाबा साहेब के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर मोमबत्ती प्रज्वलित की गई तथा सामूहिक बुध्द वंदना ली। तत्पश्चात बाबा साहेब के विचारों पर कौंसिल के अध्यक्ष ने प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब के द्वारा ही ट्रेड यूनियन के धरना प्रदर्शन, महिलाओ को खदानों में अंडरग्राउंड कार्य ना करने की छूट, कामगारों को 12 घंटे के स्थान पर 08 घंटे कार्य करने की छूट, महिलाओं को मातृत्व अवकाश, बाबा साहेब की पुस्तक "द प्रॉब्लम ऑफ रूपीस" के आधार पर आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना यह समस्त कार्य बाबा साहेब की ही देन है। उसके बाद केक काटकर हर्षोल्लास से बाबा साहेब आंबेडकर जी का जन्मदिन मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप कौंसिल पाथाखेड़ा क्षेत्र अध्यक्ष तुलसी चन्देलकर तथा क्षेत्रीय महासचिव किशोर हारले एवं कन्हैया भूमरकर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कोविड-19 की गाइडलाइन का विशेष ध्यान रखते हुए पालन किया गया। एक एक करके सभी ने सामाजिक दूरी के साथ बाबा साहेब आंबेडकर जी के छायाचित्र के समक्ष पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पांडु झरबड़े, अशोक डोंगरे साहब, सुग्रीव झरबड़े, ईश्वर मंडलेकर घनश्याम आठनेरे सहित कौंसिल के कार्यकर्ता उपस्थित थे।