होशंगाबाद से योगेश सिंह राजपूत की रिपोर्ट
होषंगाबाद - संभाग मुख्यालय होने के साथ साथ विकसित एवं प्रगतिषील शहर कहे जाने वाला होष्ंागाबाद शहर । वाहन चालको को पेट्रेाल की कीमतीे के साथ आटो पार्टस के मनमाने रेट भी लगातार झटका दे रहे है अधिकांष आटो पार्टस बेचने वालो ने कीमते अपनी मनमर्जी से बढा दी क्योकि इसके पीछे चल रहा मुनाफाखोरी का अंधा धंधा जिसे लगाम लगा पाने में प्रषासन नाकाम हो गया है। शहर में छोटे से लेकर बडा आटोपार्टस व्यापारी मनमाने तरीके से आटो पार्टस में अंधाधुंध मुनाफा पीटा जा रहा है जो पार्टस 100 रू का होता है वह 150-200 के बीच में बेचा जाता है । प्रिंट रेट एक दिखावा होता है सूत्रो के अनुसार पिं्रट रेट अपनी मनमर्जी से चारगुना तक डाल लेते है जिसे मनमाने रेट पर बेचे जा रहे पार्टस बेजे जाते है। लाॅक डाउन में भरपाई कीमत बढाकर की जा रही है। दिल्ली से आटो पार्टस लाकर बेचने वाले विक्रेता लाॅकडाउन की वसूली भी वाहन चालको से करने लगे है दो पहिया वाहन मैकेनिक ने बताया कि सबसे ज्यादा ब्रेक शू, क्लच प्लेट, चेन स्पॅकिट चेन स्पॅकिट का काम निकलता है। अब उसका रेट बडाकर 460 रूप्ये कर दिया गया है। सही तरह अन्य स्पेयर पार्टस की कीमत भी बडा दी गई है। सूत्रो के अनुसार शहर में ज्यादातर आटोपार्टस डुप्लीकेट बेचे जा रहे हैं यह डुप्लीकेट पार्ट दिल्ली से लाए जाते हैं इसमें लिखा प्रिंट रेट वास्तविक रेट से बहुत अधिक होता है दोपहिया वाहनों में लगने वाले जरूरी पार्ट्स की कीमत और उन्हें में करने के और वाहन चालकों को बेचे जाने की जानकारी जुटा है तो तथ्य सामने आते हैं ऑटो पार्ट्स के ब्रेक शू का प्रिंट रेट ₹200 है जबकि यही दिल्ली में करीब 50 से ₹60 में मिलते हैं पार्ट्स विक्रेता मैकेनिक को ₹120 में बेचता है और मैकेनिक वाहन चालक को डेढ़ ₹130 में बेचता है उसे लगाने का लेबर चार्ज भी अलग से लेता है बाजार में बिक रहे सामानों का पेंट रेट क्लच प्लेट रेट ₹170 मैकेनिक रेट 90 ग्राहकों को डेड सो रुपए ब्रेक शूज ग्राहक सूत्रों के अनुसार कुल मिलाकर लोगों को मोटा कमीशन दिया जाता है जिससे वह अपने ऑटो पार्ट्स को दुकानदारों से लेकर चलाते हैं ऑटो पार्ट्स विक्रेता तो अनाप-शनाप मुनाफा दिख रहे हैं मैं उनको भी अच्छा खासा कमीशन दे रहे हैं कमीयरल के खेल में दुकानदार अपने पास के समान में 20 से 30 प्रतिषत मेकेनिक को कमीशन लेता है वही ग्राहक को हर पार्ट को दोगुने दामों में बेचा जा रहा है पार्टस विक्रेताओं के मनमाने रेट पर किसी का नियंत्रण नहीं है और ना ही शासन ने कभी कोई बड़ी कार्यवाही कि है। जिससे वाहन मालिकों को मजबूरी में वाहन चलाने के लिए ऊंची कीमत देकर पार्टस से खरीदना पड़ता है ओरिजिनल से आधी कीमत पर मिल रहा है डुप्लीकेट पार्ट से ज्यादा कर पाठ से तो का डुप्लीकेट पाते हैं दो पहिया वाहन चालक ने बताया की क्लच प्लेट खराब हो गया था ओरिजिनल कितने पैसे नहीं होने के कारण मैकेनिक ने ₹190 में डाल दी है । आखिर इस तरह काला बाजारी और गोरख धंधा कब तक चलता रहेगा। सरेआम जनता कब तक लुटती रहेगी।