बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
इस चकाचौंध की दुनिया में लोगों को एक दूसरे से बात करने की फुर्सत नहीं है। सब अपने काम से मतलब रखते हैं। लोग अपने जन्मदिन पर लाखों रुपए पानी की तरह व्यर्थ ही पार्टी में खर्च करते हैं। पर बुजुर्गो के साथ दो पल बिताना, उनकी चिंता करना, उनके साथ रहकर सुख-दुख बांटना बहुत बड़ी बात होगी है। किन्तु इंदिरा नगर पाथाखेड़ा के नागेश चौकीकर ने अपने पिता की पुण्यतिथि पर व्यर्थ में पैसा खर्च न करके सारनी के वृद्धा आश्रम में जाकर उनके साथ कुछ पल बिताए उनके सुख-दुख को जाना और उन्हें भोजन कराकर अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। ऐसा करने पर उन्हें बड़ी प्रसन्नता हुई। नागेश ने कहा कि यही मेरे पिता के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व वे घर पर ही श्रृद्धांजली कार्यक्रम किया करते थे परन्तु उन्हें उतनी खुशी नहीं होती थी जितनी खुशी आज वृद्धा आश्रम में बुजुर्गो के साथ रहकर उन्हें भोजन कराकर हुई हैं। उन्होंने कहा सभी लोगों गरीब, निसहाय विकलांग और वृद्धजनो की सेवा और अपनी क्षमतानुसार सहायता कर इस प्रकार का पुनीत कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर इंदिरा चौकीकर, ज्योति, राकेश उपराले, प्रवीण सोनी, नवीन सोनी के अलावा वृद्धा आश्रम के वराठे और बुजुर्ग महिला और पुरुष उपस्थित थे।