होशंगाबाद जिले में रेशम उत्पादन को मिलेगी गति
रेशम केंद्र मोहासा एवं कोटरा निमाचा होंगे पुनः शुरू
होशंगाबाद/15, फरवरी, 2021/ होशंगाबाद जिले में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश अभियान के तहत एक जिला एक उत्पाद के लिए चयनित रेशम के उत्पादन एवं इससे जुड़ी गतिविधियों को प्रशासन द्वारा लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। जिला प्रशासन के सतत प्रयासों से जिले के बाबई स्थित रेशम केंद्र मुहासा एवं सिवनीमालवा स्थित रेशम केंद्र कोटरा निमाचा पुनः शुरू होंगे। बंद रेशम केंद्रों के फिर से शुरू होने से ना केवल रेशम के उत्पादन को गति मिलेगी बल्कि स्थानीय लोगो विशेषकर महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
जिला रेशम अधिकारी शरद श्रीवास्तव ने बताया कि रेशम केंद्र मुहासा में 15 एकड़ एवं कोटरा निमाचा रेशम केंद्र में 30 एकड़ इस तरह कुल 45 एकड़ क्षेत्र में मलबरी पौधारोपण किया जाएगा।यह रेशम केंद्र नाभिकीय रेशम केंद्र के रूप में कार्य करेंगे, जिससे केंद्रों के आस पास के क्षेत्रों में नए कृषकों को उनकी स्वयं की भूमि पर मलबरी पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जाएगा।
कृषकों को प्राप्त हो सकेंगे रेशम के उन्नत बीज
जिला रेशम अधिकारी ने बताया कि जिले के पचमढ़ी में राज्य स्तरीय मलबरी बीज उत्पादन केंद्र के माध्यम से इच्छुक कृषकों को मलबरी रेशम के उन्नत बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं।साथ ही केंद्रीय रेशम बोर्ड बेंगलुरु के वैज्ञानिकों द्वारा रेशम उत्पादन में वृद्धि के लिए कृषकों को नई नई तकनीकों से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
रेशम वस्त्र ई प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध
जिले में तैयार प्राकृत ब्रांड के रेशमी वस्त्रों को फ्लिपकार्ट तथा अमेज़न जैसे ई प्लेटफॉर्म के माध्यम विक्रय किया जा रहा है। जिला रेशम अधिकारी ने बताया कि जिले में उत्पादित रेशम धागा का विक्रय ना केवल प्रदेश के बुनकरों को बल्कि प्रदेश के बाहर कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के व्यापारियों को भी किया जा रहा है।