करनाल से चली श्री गुरु तेग बहादुर जी की रथ यात्रा का अमृतसर गुरुद्वारा में हुआ भव्य स्वागत

 करनाल से चली श्री गुरु तेग बहादुर जी की रथ यात्रा का अमृतसर गुरुद्वारा में हुआ भव्य स्वागत



करनाल 24दिसबंर 2020(संजय भाटिया) करनाल की बेटी अनुराधा भार्गव ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन परिचय को घर घर पहुंचाने की चलाई मुहिम


 एडवोकेट अनुराधा भार्गव के नेतृत्व में करनाल ब्राह्मण धर्मशाला से सभी साथियों को साथ लेकर श्री गुरु तेग बहादुर जी की रथ यात्रा अमृतसर गुरुद्वारा साहब के लिए निकाली गई गुरुद्वारा हरमंदिर साहिब जी अमृतसर मैं माथा टेक अपने सभी साथियों के साथ  गुरु जी का आशीर्वाद लिया। आशीर्वाद लेकर अनुराधा भार्गव ने बताया की उनकी संस्था श्री शनि शरणम सेवा धाम की पूरी टीम ने यह बीड़ा उठाया है कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के स्वरूप सनातन धर्म के सभी मंदिरों में लगाए जाएंगे और शिक्षा मंत्री जी से यह मांग की जाएगी कि कक्षा 1 से बारहवीं तक के अध्ययन में श्री गुरु तेग बहादुर जी का जीवन परिचय होना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को पता चल सके कि हमारे हिंदू समाज का अस्तित्व अगर आज जिंदा है तो वह सब श्री गुरु तेग बहादुर जी के कारण है भार्गव ने बताया की हमारे हिंदू समाज में यदि आज हम स्वतंत्र हैं तो वह तेग बहादुर जी की देन है गुरु तेग बहादुर जी ने जो शहीदी दी है उसका ब्राह्मण समाज और हिंदू समाज ऋणी रहेगा ब्राह्मणों का तिलक और जनेऊ श्री गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित है क्योंकि हमारे ब्राह्मण समाज का स्वाभिमान जनेऊ और तिलक को माना जाता है और श्री गुरु तेग बहादुर जी ने इसकी रक्षा की है नहीं तो आज हिंदू समाज मुसलमान धर्म में परिवर्तित हो गया होता अनुराधा भार्गव ने यह भी बताया कि जल्द ही औरंगजेब के नाम से जितने भी मार्ग और मेमोरियल बने हुए हैं उन पर श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम से मार्ग के नाम रखे जाएंगे और औरंगजेब के पत्थर उखाड़ फेंकने की बात कही है उन्होंने कहा कि इस मुहिम को शुरुआत करने से पहले श्री स्वामी शरणम सोसाइटी के पदाधिकारी दिल्ली स्थित शीशगंज गुरुद्वारा में गुरु जी का आशीर्वाद लेकर औरंगजेब का भारतवर्ष से नामोनिशान हटा देंगे और औरंगजेब के नाम से जितने भी पत्थर लगे हैं सारे उखाड़ सकेंगे क्योंकि जिस जुल्मी के कारण हमारे महापुरुष श्री गुरु तेग बहादुर जी को खो दिया हम उसका नाम भी भारतवर्ष में रहने नहीं देंगे उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्होंने करनाल ब्राह्मण सभा में सबसे पहला स्वरूप श्री गुरु तेग बहादुर जी का स्थापित किया और पुष्पों से उनका स्वागत ब्राह्मण सभा करनाल में किया उसके बाद करनाल से रथयात्रा निकाली गई जिसमें कुरुक्षेत्र अंबाला होते हुए रथयात्रा अमृतसर पहुंची और अमृतसर पहुंच कर उन्होंने अमृतसर गुरुद्वारा मैं मत्था टेका और गुरु जी का आशीर्वाद लिया था अमृतसर के हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा के प्रधान बाबा मुक्तार सिंह व वहां के प्रबंधक पदाधिकारियों ने उनको सरोपा भेंट कर उनका हौसला बढ़ाया और उनके इसने कदम में हमेशा उनके साथ रहने का आश्वासन दिया साथ ही उन्होंने हरमंदर साहब गुरुद्वारे का एक चित्र उनको भेंट किया  उन्होंने बताया कि अगर आज महिलाएं स्वतंत्र है तो वह श्री गुरु तेग बहादुर जी की देन है श्री गुरु तेग बहादुर जी से प्रेरित होकर अनुराधा भार्गव ने कहा कि उनकी हर एक सांस  तेग बहादुर जी की दी हुई है और ब्राह्मण समाज उनका ऋणी रहेगा तेग बहादुर जी का जीवन परिचय घर-घर पहुंचाने का कार्य उनकी संस्था करेगी और युवा पीढ़ियों को समझ आएगी कि अच्छे मार्ग पर चलना चाहिए जैसे कि गुरु तेग बहादुर जी ने सिखाया कि अपने समाज अपने परिवार के लिए यदि आगे आना पड़े तो उस में संकोच नहीं करना चाहिए इसलिए अगर आज सामाजिक बुराइयों को नष्ट करना है तो श्री गुरु तेग बहादुर जी के दिखाए हुए मार्ग पर चलना होगा क्योंकि हमारी युवा पीढ़ी आ संस्कृति और संस्कार भूल चुकी है गुरु तेग बहादुर जी के दिखाए हुए मार्ग पर चलने के लिए सभी युवा पीढ़ियों से उन्होंने हाथ जोड़कर प्रार्थना की कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का चित्र स्वरूप अपने कार्यालय मंदिर में जरूर लगाएं ताकि आने वाली  पीढियों को पता चल सके कि अगर आज हिंदू समाज का अस्तित्व है जिंदा है तो श्री गुरु तेग बहादुर जी के कारण  है इसके बाद करनाल पहुंचने पर कल दिनांक दिसंबर 23 को करनाल के मॉडल टाउन स्थित गुरुद्वारा नानकसर में इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे अनुराधा भार्गव ने माथा टेका जिसके बाद एडवोकेट अनुराधा व उनके साथियों का गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से सरोपा देखकर उनका स्वागत किया गया