होशंगाबाद - के टिकट पर निर्वाचित विधायक सुमित्रा काशडेकर को कांग्रेस विधायक के पद से त्यागपत्र देकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराने पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस पार्टी के विधायकों को साम-दाम -दंड-भेद की नीति अपनाते हुए अपनी पार्टी में शामिल कराने के कृत्य को लोकतंत्र की प्रतिष्ठा पर बड़ा आघात बतलाया है ॥ उन्होंने सीधे-सीधे 15 दिन पूर्व विधायक प्रतिनिधि के जाली नोट कांड में गिरफ्तारी से इस त्याग पत्र के तार जोड़ते हुए आरोप लगाया है कि इन दस पंद्रह दिनों में पार्टी के तथाकथित दलालों ने विधायक के ऊपर तरह तरह के दबाव बनाते हुए उन्हें भी इस जाली नोट कांड में फंसाने की धमकी देकर कांग्रेस पार्टी को छोड़ने के लिए मजबूर किया है, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से जानना चाहा है कि एक महिला विधायक को इस प्रकार से इमोशनल ब्लैकमेल कर अपने उद्देश्य में सफल होने वाले लोकतंत्र को किस दिशा में ले जा रहे हैं, ज्ञातव्य होगी उज्जैन एसटीएफ ने विगत 15 दिवस पूर्व ₹1000000 के नकली नोटों के साथ एक गिरोह को गिरफ्तार किया है जिसमें नेपानगर की तत्कालीन विधायक सुमित्रा काशडेकर के विधायक प्रतिनिधि की संलिप्तता भी पाई गई है उसी का फायदा भारतीय जनता पार्टी ने उठाया है। प्रदीप गुप्ता की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अयोध्या प्रसाद (बबलू रावत) ने विगत दिवस नेपानगर से कांग्रेस पार्टी