बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
सम्पूर्ण श्रमिक वर्ग ने 9 अगस्त को देश बचाओ, उद्योग बचाओ एवं मजदूर बचाओ का नारा देकर सड़क पर सरकार को चेतावनी देने का निर्णय लिया है। जानकारी देते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. कृष्णा मोदी ने बताया कि करीब 4 माह पहले (कोविड-19) की शुरूआत केरल राज्य से शुरू हुई तथा धीरे-धीरे सम्पूर्ण भारत में फैली। जिसकी वजह से आज तक करीब 15 लाख से ज्यादा भारतीय नागरिक ग्रसित हुए तथा 34 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और करोड़ो लोग देश के अन्दर लॉकडाउन लगाकर रेल, बस यातायात को अग्रिम चेतावनी न देते हुए बंद कर दिया। जिससे लोगों के रोजगार एकाएक बंद हो गये। बेरोजगारी बढ़ी, लोग घरों की ओर आने में जो जहां था वहां फंस गये। जिससे उनके अन्दर भी कोरोना बीमारी ने अभी तक डेरा जमा लिया। साधन न होने से लोग पैदल, सायकल मनमाने किराये देकर टैक्सी से हजारों रूपया खर्च करके अपने घरों को आना पड़ा। जिसके बाद में राज्य सरकारों की नींद खुली जिसकी वजह से कुछ स्पेशल ट्रेने चलाई गयी। आज स्थिति इतनी गम्भीर हो गयी है कि कोरोना बीमारी दिन पर दिन बढ़ती चली जा रही है। सरकार की ओर से कानून कायदे दफा 144, 188 आदि लगाये गये आपसी दूरी, मास्क लगाने एवं बिना वजह बाहर निकलने पर पाबंदी लगायी गयी। इसी बीच सरकार द्वारा देश की आर्थिक हालत को मजबुत करने के लिए जो 300 सरकारी उद्योग चल रहे थे। करीब 4-5 उद्योगों को जिन्दा रखने की बातें कर सबको निजी मालिकों के हवाले देने जा रही है। डॉ. मोदी ने बताया कि यदि श्रमिकगण अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे है जिसको सरकार ने दफा 144, 188 आदि का डर बताकर मायुस कर रहा हैं। मेहनत करने वाले लोग उक्त निजीकरण के खिलाफ एक होकर आगे बढ़ रहे है। अभी विगत दिनों कोयला उद्योग में 3 दिन की सफल हड़ताल की तथा जिस दिन खदानें नीलामी होगी 18 अगस्त को 1 दिन की हड़ताल करने जा रहे है। जिसको लेकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. मोदी ने अपील की है कि जिस प्रकार अंग्रेजों को भगाने के लिए महात्मा गांधी ने 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन में करो या मरो का नारा दिया था उसी रास्ते पर देश के समस्त श्रमिक 9 अगस्त को एक दिवसीय सरकार को जगाने के प्रयास कार्यक्रम को सफल बनाये।